(Moringa )मोरिंगा (सहजन ): सुपरफूड जो आपके स्वास्थ्य के लिए वाकई चमत्कार है।

Moringa

स्वास्थ्य की देखभाल के लिए हमें superfood की ओर मोड़ने का आवश्यकता होती है। ये खास आहार होते हैं जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आज हम एक ऐसे superfood के बारे में बात करेंगे जिसे "मोरिंगा" कहा जाता है। मोरिंगा, जिसे Drumstick vegetable के नाम से भी जाना जाता है, वास्तव में एक आदर्श सुपरफूड है जिसमें अनगिनत स्वास्थ्य लाभ होते हैं। आइये जानते हे Super food moringa के बारे में :

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मोरिंगा क्या है? (What is moringa?)

Moringa

मोरिंगा एक पेड़ है जिसे "सहजन" के नाम से भी जाना जाता है, और यह भारत के अनेक हिस्सों में पाया जाता है। इसके पत्तियाँ, फूल, बीज और पेड़ की छाल, सभी कुछ उपयोग में आते हैं। यह एक सुपर फ़ूड है जो हमारे स्वस्थ के लिए अति आवश्यक है। यह विटामिन ए, विटामिन B1, B2, B3, B6, फोलेट, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जिंक जैसे पोषक तत्वों का पावर हाउस है।

हम अपने भोजन में सहजन का उपयोग कैसे कर सकते हैं ,आइये जानते है :

भोजन में सहजन का उपयोग

YuvaMantra

Super food moringa

1 .सहजन की सब्जी

सहजन की फली सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। सहजन की फली से बनने वाली सब्जी में पौष्टिकता का भंडार होता है। गुणों का भंडार सहजन की सब्जी (Moringa) बनाना काफी आसान है और ये खाने में काफी स्वादिष्ट भी लगती है।
सहजन की सब्जी कई तरह से बनाई जाती है कोई इसे बनाने के लिए सिर्फ सहजन का ही इस्तेमाल करता है तो कोई आलू सहित अन्य सब्जियों को मिलाकर सहजन की फली बनाता है। इसे चाहे जिस तरीके से बनाया जाए सहजन के गुणों में कोई कमी नहीं आती है।

2 . सांभर

तूअर दाल या सांभर में सहजन की फली मिलाने से दाल का पोषण बढ़ जाता है और दाल/सांभर का स्वाद भी बढ़ जाता है। सांभर का असली स्वाद सहजन की फली मिलाने के बाद ही आता है। इसका आनंद चावल, डोसा या अपनी पसंद के किसी भी रोटी के साथ ले सकती हैं।

3 .सहजन का सूप

 आप अन्य सब्जियों के साथ सहजन की फली और यहां तक ​​कि मोरिंगा के पत्तों से सूप बना सकते है।  इस सूप का सेवन करने से पाचन में सुधर होता है। एनर्जी बूस्ट करने में असरदार ये सूप बॉडी में पोषक तत्त्व को पूरा करता है।

4 .सहजन के पत्तों का साग 

सहजन के पत्तो से बनी साग बहुत पौस्टिक होती है। थोड़े से सरसों के तेल में लहसुन, जीरा, नमक और हल्दी का तड़का लगा दे फिर धुली और कटी सहजन की पत्तियों को डाल कर भून ले।

5 .चाय और चटनी के लिए सहजन का प्रयोग

मोरिंगा (सहजन) पत्तों को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें फिर इसका इस्तेमाल चाय और चटनी के लिए करें। 

6 .सहजन का पराठा

सहजन की पत्तियों को बारीक़ काट कर इससे आटा गूँथ ले और पराठा ,पूरी बना कर इसका आनंद ले।

7 . सहजन की फूलो की सब्जी

 सहजन के फूलों की सब्जी का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। आप इसे सब्जी के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। सहजन के फूलों की सब्जी कई तरीके से बनाई जा सकती है। इसे आप अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर भी तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा आप सहजन के फूलों का काढ़ा, चाय और इसके फूलों के अर्क का नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं।

इस तरह आप विभिन्न प्रकार से सहजन (moringa )का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये हर तरह से शरीर के लिए फायदेमंद है।

सहजन के फायदे (Benefits of moringa in hindi )

सहजन के फायदे (Benefits of moringa in hindi )

Benefits of moringa in hindi

1 .इम्युनिटी बूस्टर है सहजन

अगर किसी व्यक्ति की immunity कमजोर है, तो उस व्यक्ति के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि अपनी diet में उन खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाए, जो immunity बूस्ट करने में मदद करें। इन्हीं खाद्य पदार्थों में से एक है सहजन। सहजन की फली या इसकी पत्तियों के सेवन से immunity में सुधार हो सकता है। इसका संतुलित मात्रा मे सेवन immunity बढ़ाता है। सेवन संतुलित मात्रा में करें।

2 .एनीमिया के लिए सहजन का प्रयोग

सहजन के सेवन से हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार हो सकता है, जिससे लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद मिल सकती है। एनीमिया से बचाव में सहजन बहुत फायदेमंद है। ये आयरन से भरपूर है और एनीमिया से बचाव में मददगार है।

3 .डायबटीज़ के लिए सहजन के लाभ

सहजन (moringa ) के फलियों, छाल और अन्य भागों में एंटी-डायबिटिक गुण मौजूद होते हैं जो हमारे ब्लड ग्लूकोज़ के स्तर को कम करने में मदद करता हैं। यह आपके शरीर में हेल्दी ब्लड शुगर लेवल को बनाए रखने में मदद करता है और शरीर में इंसुलिन स्राव को बढ़ाने में मदद करता है।

4 .वजन कम करने के लिए सहजन

हरी सब्जियों की लिस्ट में सहजन की फली या पत्तियों को शामिल कर बढ़ते वजन की परेशानी को कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। अगर आप मोटापे या बढ़ते वजन की समस्या  से परेशान हैं, तो अब आपको काफी हद तक राहत मिल सकती है। जो लोग वजन कम करने की कोशिश कर कर रहे हैं, अगर वे नियमित मोरिंगा की पत्तियों का सेवन करें, तो इससे उन्हें तेजी से वजन घटाने में मदद मिल सकती है। 

5 .कैंसर पर काबू पाने में सहजन करता है मदद

सहजन की छाल और सहजन की पत्तियों में एंटी-कैंसर और एंटी-ट्यूमर गुण मौजूद होते हैं। सहजन में मौजूद औषधीय गुण कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद करता है।

 6 .हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए सहजन का सेवन 

 सहजन को कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस का अच्छा स्रोत माना गया है, जो हड्डियों के लिए जरूरी पोषक तत्व हैं। इन गुणों की मौजूदगी की वजह से सहजन हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों की देखभाल और उन्हें स्वस्थ रखना भी जरूरी है। आप अपनी हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए सहजन का सेवन कर सकते हैं।

 7 .दिल को स्वस्थ रखने के लिए सहजन

सहजन में एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने में सहायक होते हैं। दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो डाइट में सहजन को अवश्य जोड़ें।  सहजन की पत्तियों में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर में इंफ्लेमेशन के कारण होने वाली समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं और हृदय संबंधी परेशानी उन्हीं में से एक है। सहजन की पत्तियों में मौजूद बीटा कैरोटीन एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य कर हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

8 .लिवर के लिए फायदेमंद सहजन

शोध में खुलासा हो चुका है कि सहजन लीवर के लिए फायदेमंद होती है। इसके सेवन से लिवर सुरक्षित रहता है। लिवर से संबंधित बीमारियों से जूझ रहे लोगों को सहजन का सेवन करना चाहिए।  इसमें क्वारसेटिन (Quercetin) नामक फ्लैवनॉल होते हैं, जो हेपाटोप्रोटेक्टिव (Hepato-Protective) की तरह कार्य करते हैं, यानी लिवर को किसी भी प्रकार की क्षति से बचाकर सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, सहजन की फली, फूल या सहजन की पत्तियों को डाइट में शामिल करें और लिवर को घातक बीमारियों के जोखिम से बचाएं।

9 .त्वचा को सुंदर बनाने लिए सहजन (Drumstick Leaves Face Mask)

सहजन के पत्तों का फेस मास्क त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करके चेहरे पर ग्लो लाने में मददगार होता है। सहजन का फेस मास्क बनाने के लिए सबसे पहले सहजन की पत्तियों को तोड़कर सुखा लें. फिर इसे पीस कर पाउडर बना लें। अब 2-3 चम्मच सहजन की पत्तियों के पाउडर में 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच नींबू का रस मिलाएं। इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इसमें कच्चा दूध या गुलाब जल एड करके चेहरे पर लगाएं ,लगभग आधे घंटे बाद ताजे पानी से फेस धुल लें।

10 .एंटी-एजिंग प्रॉपर्टीज हे सहजन में

बढ़ती उम्र का असर चेहरे पर भी दिखने लगता है, और चेहरे की चमक कम होने लगती है , झुर्रियां बढ़ने लगती हैं। ऐसे में आप में से कई लोग एंटी-एजिंग क्रीम का भी सहारा लेते होंगे, जिसका असर कुछ वक्त तक ही रहता है। इस कारण इसका उपयोग बार-बार करने की जरूरत होती है। इस स्थिति में बेहतर है कि आप अपनी डाइट का सही तरीके से चुनाव करें, क्योंकि कहीं न कहीं आपकी डाइट का असर आपकी त्वचा और चेहरे पर पड़ता है। आप अपने डाइट में सहजन को या इसकी पत्तियों को शामिल कर सकते हैं। इसका सेवन आपके चेहरे पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है।

नोट: बताए गए नुकसान धारणाओं और अनुमान के आधार पर हैं, इन पर अभी और शोध की जरूरत है। हमने इनके बारे में आपको इसलिए बताया ताकि आप इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें और सहजन के लाभ का आनंद लें।

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